Muzaffarpur | BRA Bihar University: बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय (BRA Bihar University) में पढ़ाई करने वाले छात्रों के सामने एक बार फिर परीक्षा और रिजल्ट से जुड़ी बड़ी समस्या सामने आई है। छात्रों ने अपनी कॉपी की जांच में भारी लापरवाही का आरोप लगाया है। सोमवार को विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में एक “छात्र संवाद कार्यक्रम” आयोजित हुआ, जिसमें कुलानुशासक प्रो. विनय शंकर राय ने छात्रों की बातें सुनीं।
इस कार्यक्रम में कई छात्र-छात्राओं ने अपनी परेशानी खुलकर बताई। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने RTI के तहत अपनी कॉपियां निकलवाईं, तो उसमें उनके असली अंक कुछ और ही थे, जबकि मार्कशीट में कुछ और।
18 नंबर देकर फेल किया, RTI से निकली कॉपी में थे 38 अंक
Bihar University Result Error: PG सत्र 2021-23 की छात्रा सुप्रिया कुमारी ने बताया कि उसे एक विषय में सिर्फ 18 नंबर देकर फेल कर दिया गया था। इससे वह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गई थी। उसे यकीन नहीं था कि उसके इतने कम अंक आ सकते हैं। जब उसने RTI लगाकर अपनी कॉपी निकलवाई, तो उसमें 38 अंक दर्ज थे।
छात्रा ने बताया कि गलती परीक्षक की थी, लेकिन भुगतना छात्र को पड़ा। जब उसने अधिकारियों को यह दिखाया तो कहा गया कि अब उसके नंबर अपडेट कर दिए जाएंगे और रिजल्ट ठीक कर दिया जाएगा।
परीक्षक की गलती से क्यों झेले छात्र परेशानी?
Bihar University Result Error: छात्रा सुप्रिया कुमारी ने यह भी कहा कि इस तरह की गलतियों से छात्रों का भविष्य खराब हो रहा है। उसे न केवल मानसिक तनाव हुआ, बल्कि परीक्षा की तैयारी और समय भी बर्बाद हुआ। उसने मांग की कि ऐसे परीक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रैक्टिकल देने के बाद भी ‘अनुपस्थित’
BRA Bihar University: एक और छात्रा रीना कुमारी ने कहा कि उसने प्रायोगिक परीक्षा दी थी, लेकिन उसके परिणाम में उसे अनुपस्थित दिखाया गया है। उसने बार-बार विश्वविद्यालय के चक्कर लगाए, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही।
पूजा कुमारी नाम की एक और छात्रा ने कहा कि उसकी मार्कशीट पेंडिंग है। वह कई महीनों से विश्वविद्यालय के ऑफिस के चक्कर लगा रही है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं मिला।
एलएस कॉलेज की छात्रा राखी कुमारी ने बताया कि उसके एक विषय के नंबर जुड़ ही नहीं पाए हैं, जिसकी वजह से उसका पूरा रिजल्ट पेंडिंग हो गया है।
डिग्री के लिए भी दर-दर भटक रहे छात्र
इतना ही नहीं, कई छात्र-छात्राएं जो प्रतियोगी परीक्षाओं में पास हो चुके हैं, उन्हें भी अब डिग्री न मिलने की समस्या हो रही है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय डिग्री जारी करने में बहुत देर कर रहा है। इससे उनका करियर अटक गया है। कई छात्रों ने बताया कि उन्होंने दो महीने पहले आवेदन दिया था, लेकिन न तो डिग्री मिली और न ही पोर्टल पर कोई अपडेट आ रहा है।
मोतीहारी से आए दो छात्रों ने भी शिकायत की कि वो डिग्री के लिए पिछले कुछ समय से लगातार चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक समाधान नहीं हुआ।
छात्रों की मांग: सिस्टम सुधारा जाए
Bihar University Student Protest: छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि:
- कॉपी जांच का सिस्टम पारदर्शी और सही होना चाहिए।
- परीक्षकों की लापरवाही पर तुरंत कार्रवाई हो।
- प्रैक्टिकल देने के बाद भी अनुपस्थित दिखाना बड़ी गलती है, इसे रोका जाए।
- जिन छात्रों की मार्कशीट पेंडिंग है, उन्हें जल्द से जल्द फाइनल रिजल्ट मिले।
- डिग्री जारी करने की प्रक्रिया को तेज किया जाए ताकि छात्रों का भविष्य अटक न जाए।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने क्या कहा?
छात्र संवाद कार्यक्रम में कुलानुशासक प्रो. विनय शंकर राय ने छात्रों की सभी समस्याएं ध्यान से सुनीं और भरोसा दिलाया कि इन मुद्दों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यदि किसी की कॉपी में अंक सही नहीं चढ़े हैं या किसी की डिग्री रुकी हुई है, तो उसकी जांच कर समस्या हल की जाएगी। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा विभाग को ज्यादा जिम्मेदारी से काम करना होगा।
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