Digital Detox: आज के समय में हम जितना अपने परिवार या दोस्तों से नहीं मिलते, उससे कहीं ज़्यादा वक्त मोबाइल, लैपटॉप और टीवी जैसी स्क्रीन के साथ बिता देते हैं। सुबह उठते ही सबसे पहले फोन चेक करना और रात को सोने से पहले भी सोशल मीडिया स्क्रॉल करना – ये हमारी डेली रूटीन का हिस्सा बन चुका है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लगातार स्क्रीन देखने की ये आदत धीरे-धीरे हमारे दिमाग और शरीर दोनों को नुकसान पहुंचा रही है?
क्यों जरूरी है डिजिटल डिटॉक्स?
हर वक्त स्क्रीन से चिपके रहना सिर्फ हमारी आंखों को ही नहीं थकाता, बल्कि इससे मानसिक तनाव, नींद की समस्या और concentration की कमी जैसी परेशानियां भी होने लगती हैं। यही वजह है कि आज के इस digital era में ‘डिजिटल डिटॉक्स’ यानी कुछ समय के लिए तकनीक से दूरी बनाना बहुत जरूरी हो गया है।
डिजिटल डिटॉक्स का मतलब है – हर दिन या हफ्ते में कुछ समय ऐसा निकालना जब आप अपने मोबाइल, कंप्यूटर या टीवी से दूर रहें और खुद के लिए वक्त निकालें।
अगर आप भी खुद को तरोताजा और मानसिक रूप से शांत रखना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कुछ आसान और असरदार तरीकों को अपनाकर डिजिटल डिटॉक्स शुरू कर सकते हैं।
1. नो-स्क्रीन टाइम तय करें
Digital Detox के लिए हर दिन ऐसा समय तय करें जब आप बिल्कुल भी कोई स्क्रीन न देखें। जैसे सुबह उठने के बाद का पहला घंटा और रात को सोने से पहले का आखिरी घंटा। इस दौरान आप मेडिटेशन कर सकते हैं, किताब पढ़ सकते हैं या परिवार से बात कर सकते हैं। इससे आपकी आंखों और दिमाग को आराम मिलेगा और नींद भी अच्छी आएगी।
2. सोशल मीडिया ब्रेक लें
सोशल मीडिया पर घंटों स्क्रॉल करते रहना अब आदत बन गई है। हफ्ते में एक या दो दिन के लिए सोशल मीडिया से दूरी बना लें। चाहें तो नोटिफिकेशन बंद कर दें या कुछ समय के लिए ऐप्स को डिलीट कर दें। इससे आपका समय बचेगा और आप जरूरी कामों पर ध्यान दे पाएंगे।
3. डिजिटल फ्री जोन बनाएं
घर में एक कोना ऐसा जरूर तय करें जहां कोई भी डिजिटल डिवाइस ले जाना मना हो। जैसे डाइनिंग टेबल या बेडरूम। ऐसा करने से आप परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिता पाएंगे और रिश्तों में भी मिठास बनी रहेगी।
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4. आउटडोर एक्टिविटीज करें
हर दिन कम से कम 30 मिनट बाहर टहलें, योग करें या गार्डनिंग जैसी एक्टिविटीज में हिस्सा लें।नेचर के बीच समय बिताने से मन शांत होता है और स्क्रीन से ध्यान हटता है। साथ ही बॉडी भी एक्टिव रहता है।
5. ई-बुक्स की जगह पेपर बुक्स पढ़ें
ऑनलाइन आर्टिकल्स या ई-बुक्स पढ़ने की जगह हार्डकॉपी किताबों को पढ़ने की आदत डालें। इससे आंखों पर कम जोर पड़ेगा और मन भी एकाग्र रहेगा। साथ ही आपको स्क्रीन से भी थोड़ा ब्रेक मिलेगा।
6. डिजिटल सनसेट पॉलिसी अपनाएं
शाम के समय यानी रात 7 या 8 बजे के बाद सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल बंद कर दें या कम कर दें। यह आदत आपकी नींद में सुधार लाएगी, क्योंकि इससे मेलाटोनिन नाम का हार्मोन सही से बन पाएगा, जो नींद के लिए जरूरी होता है।
7. डिजिटल फास्टिंग ट्राई करें
जैसे लोग धार्मिक उपवास करते हैं, वैसे ही महीने में एक दिन डिजिटल उपवास करें। उस दिन मोबाइल, टीवी, लैपटॉप से दूर रहें और पेंटिंग, गार्डनिंग, लिखना या मेडिटेशन जैसी चीज़ों में वक्त बिताएं। यह दिन आपको तरोताजा कर देगा।
8. हैंडवॉच और अलार्म क्लॉक का करें इस्तेमाल
फोन देखने की सबसे बड़ी वजह होती है – टाइम देखना या अलार्म बंद करना। इसकी जगह आप हाथ में घड़ी पहनें और सुबह उठने के लिए अलार्म क्लॉक का इस्तेमाल करें। इससे आपको बार-बार फोन चेक करने की आदत छूटेगी।
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